रात में नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं, जो मानसिक, शारीरिक या वातावरण से जुड़े हो सकते हैं। कुछ आम कारण हैं:
- तनाव और चिंता – मानसिक तनाव, चिंता, या कोई परेशानी नींद में बाधा डाल सकती है।
- मोबाइल या स्क्रीन का अधिक उपयोग – नीली रोशनी (blue light) नींद को नियंत्रित करने वाले हार्मोन मेलाटोनिन को प्रभावित करती है।
- असमय सोने की आदत – यदि रोज़ाना सोने और उठने का समय अलग-अलग होता है तो शरीर की नींद की प्राकृतिक लय बिगड़ सकती है।
- कैफीन या निकोटीन का सेवन – चाय, कॉफी या सिगरेट का सेवन देर रात करने से नींद में रुकावट आ सकती है।
- शारीरिक रोग या दर्द – किसी बीमारी या शरीर में तकलीफ़ के कारण भी नींद नहीं आती।
- अत्यधिक सोचना या overthinking – दिमाग ज़्यादा एक्टिव रहता है, जिससे नींद नहीं आती।
यहाँ कुछ प्रभावी और सरल उपाय दिए गए हैं जो नींद लाने में मदद कर सकते हैं:
1. सोने का नियमित समय तय करें
रोज़ाना एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें—even छुट्टी के दिनों में भी।
2. रात को स्क्रीन टाइम कम करें
सोने से कम से कम 1 घंटा पहले मोबाइल, लैपटॉप, टीवी आदि से दूरी बना लें।
3. गर्म दूध या हर्बल चाय लें
सोने से पहले एक कप गर्म दूध या कैमोमाइल/तुलसी की चाय पीना नींद को बढ़ावा देता है।
4. ध्यान और प्राणायाम करें
अनुलोम-विलोम, भ्रामरी प्राणायाम और ध्यान (मेडिटेशन) से मन शांत होता है और नींद आती है।
5. हल्का संगीत सुनें या जप करें
कोई शांत भजन, जैन स्तुति, या "ॐ" का उच्चारण मन को स्थिर करता है।
6. सोने से पहले गरम पानी से स्नान करें
यह शरीर को रिलैक्स करता है और नींद में मदद करता है।
7. अरोमा थेरेपी
लैवेंडर या चंदन के तेल की हल्की सुगंध वाला दीपक या स्प्रे उपयोग करें।
8. दिन में झपकी न लें
अगर आप दिन में अधिक सोते हैं तो रात को नींद नहीं आती। झपकी 20 मिनट से ज्यादा न हो।
अगर इन उपायों के बावजूद भी कई दिनों तक नींद न आए, तो यह अनिद्रा (Insomnia) की समस्या हो सकती है—जिसके लिए डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होता है।